उत्तराखंड
स्वास्थ्य केंद्रों में मनाया गया कुष्ठ उन्मूलन दिवस, ली कुष्ठ उन्मूलन की शपथ…
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तत्वावधान में जनपद के स्वास्थ्य केंद्रों में कुष्ठ उन्मूलन दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों में कुष्ठ रोगियों को मुख्य धारा में लाने का संकल्प लिया व कुष्ठ रोगियों के प्रति भेदभाव की भावना को समाप्त करने की प्रतीज्ञा ली। वहीं, नुक्कड़ नाटक के जरिए कुष्ठ उन्मूलन का संदेश भी दिया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य कर्मियों को कुष्ठ रोगियों से भेदभाव की भावना के प्रति शून्य सहिष्णुता की शपथ ली। स्वास्थ्य कर्मियों से कुष्ठ रोगियों के प्रति स्नेह व सेवा भावना को आत्मसात करने का संकल्प लिया। कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम समन्वयक एवं एपिडेमियोलॉजिस्ट डा0 शाकिब हुसैन ने बताया कि जनपद में आगामी 13 फरवरी तक स्पर्श कुष्ठ उन्मूलन अभियान चलाया जाएगा।
जिसके अंतर्गत आशा कार्यकर्ती, आशा फेसिलिटेटर, एनएनएम, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा क्षेत्र में व्यापक अभियान चलाया जाएगा। वहीं, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्त्यमुनि, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ऊखीमठ सहित विभिन्न चिकित्सा इकाईयों में भी कुष्ठ उन्मूलन की शपथ ली गई।
इसके अलावा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तत्वावधान में देवभूमि सांस्कृतिक कलामंच के कलाकारों द्वारा विद्या मंदिर इंटर कालेज बेलणी में नुक्कड़ नाटक के जरिए कुष्ठ रोग के लक्षण, कुष्ठ रोग को लेकर समाज में व्याप्त भ्रांति, कुष्ठ रोग के उपचार व स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की जानकारी दी गई।
नुक्कड़ नाटक में देवभूमि उत्तराखंड सांस्कृतिक कलामंच के कलाकारों द्वारा जानकारी दी गई कि कुष्ठ रोग साध्य है और इसके लिए एम.डी.टी. उपचार सरकारी चिकित्सालयों में निःशुल्क उपलब्ध है। साथ ही उन्होंने कुष्ठ रोग मुक्त भारत की परिकल्पना पूर्ण करने के लिए समाज में छिपे कुष्ठ रोगियों को उपचार के लिए प्रेरित करने व कुष्ठ रोग के प्रति समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने की अपील की।
इस अवसर पर प्रभारी प्रधानाचार्य प्रेम सिंह नेगी, आईईसी समन्वयक हरेंद्र सिंह नेगी, शिक्षक सुनील बमोला आदि मौजूद रहे।
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