उत्तराखंड
NIOS के परीक्षार्थी भी होंगे औसत अंक से पास, कोरोना महामारी के चलते रद्द हो चुकी है परीक्षा
देहरादून। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) ने 10वीं, 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी हैं औऱ परीक्षार्थियों को औसत अंक से पास करने का निर्णय ले लिया है।
यह परीक्षाएं दो बार स्थगित की जा चुकी हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच इनका आयोजन नहीं हो पाया है। एनआईओएस देहरादून रीजन के अंतर्गत 10वीं, 12वीं के करीब 25 हजार छात्रों को इन परीक्षाओं का इंतजार था।
एनआईओएस देहरादून के क्षेत्रीय निदेशक एसके तंवर ने बताया कि एनआईओएस मार्च-अप्रैल की परीक्षाएं तय समय पर नहीं हो पाई। उन्होंने बताया कि कोरोना लॉकडाउन के चलते पहले परीक्षाएं स्थगित की गईं।
इनकी नई तिथि जारी की गई थी। इसके बाद दोबारा परीक्षाएं स्थगित करनी पड़ी थी। आखिरकार, एनआईओएस ने अंतिम रूप से परीक्षाएं रद्द कर दी, अब सभी छात्रों को औसत अंक दिए जाएंगे।
एनआईओएस ने इसके लिए अलग-अलग क्राइटेरिया तय किया है। इसी आधार पर छात्रों का मूल्यांकन किया जाएगा।
एसके तंवर के मुताबिक एनआईओएस देहरादून के अंतर्गत आने वाले उत्तराखंड और पश्चिम उत्तर प्रदेश के 25 हजार छात्रों के लिए यह फैसला प्रभावित करने वाला है।
उन्होंने कहा कि जल्द ही रिजल्ट जारी होने की तिथि भी जारी कर दी जाएगी।
ऐसे होगा एग्जामिनेशन
ऐसे छात्र जो कि पूर्व में चार विषयों में पास हो चुके हैं, उनके उन विषयों के औसत के आधार पर आगे का मूल्यांकन किया जाएगा।
- ऐसे छात्र जो कि पूर्व में तीन विषयों में पास हो चुके हैं। उनके श्रेष्ठ दो विषयों के आधार पर बाकी विषयों में औसत अंक दिए जाएंगे।
- ऐसे छात्र जो कि एक या दो विषयों में पूर्व में पास हो चुके हैं, उनके पिछले तीन एग्जाम की परफॉर्मेंस के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा।
- ऐसे छात्र जो कि पहली बार एनआईओएस की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले थे, उनके ट्यूटर मार्क्ड एसाइनमेंट या प्रैक्टिकल के विषयों के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा।
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