उत्तराखंड
गर्व के पलः तुर्की में भारत के ‘ऑपरेशन दोस्ती’ में छाई उत्तराखंड की मेजर बीना, देवदूत बन कर रही मदद…
तुर्की में छः फरवरी आए विनाशकारी भूकंप ने भीषण तबाही मचाई है। शहर के शहर बर्बाद हो चुके हैं। ऊंची-ऊंची इमारतें मलबे में तब्दील हो चुकी हैं। तुर्की और सीरिया में अब तक 21 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 70 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं। मृतकों में एक उत्तराखंड का सपूत भी शामिल है तो वहीं उत्तराखंड की बेटी देवदूत बन लोगों की मदद करने में जुटी है। इस बेटी की तारीफ हर कोई कर रहा है।
बताया जा रहा है कि तुर्की के जख्मों पर मरहम लगाने के लिए भारत द्वारा ऑपरेशन दोस्ती चलाया जा रहा है। जिसके तहत भारतीय सरकार द्वारा भेजी गई भारतीय सेना की एक टीम व एनडीआरएफ की टीम राहत बचाव कार्य के लिए तुर्की में जुटी हुई है। इस टीम में उत्तराखंड की मेजर बीना तिवारी भी शामिल है। वह यहां राहत बचाव कार्य के लिए भारतीय सेना की तरफ से आई है। सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली मेजर डॉ बीना तिवारी तुर्की भेजी गई 14 डॉक्टरों और 86 पैरामेडिकल आर्मी की मेडिकल टीम में एकमात्र महिला अधिकारी हैं।
मेजर डॉ बीना तिवारी उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की रहने वाली हैं। उनकी उम्र 28 साल है। मेजर डॉ बीना तिवारी परिवार की तीसरी जेनेरेशन की हैं, जो देश की सेवा कर रही हैं। उनके दादा भारतीय सेना में सूबेदार और उनके पिता 16 कुमाऊँ इंफेंट्री में थे। उन्होंने देहरादून से स्कूलिंग कर दिल्ली के आर्मी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस से ग्रेजुएशन किया और फिर इंडियन आर्मी के नाम ही अपनी जिंदगी कर दी। वर्तमान में मेजर डॉ बीना तिवारी कर्नल युद्धवीर सिंह की कमांड में 60 पैरा फील्ड अस्पताल में एकमात्र महिला अधिकारी के बतौर सेवा दे रही हैं. उनके पति भी एक मेडिकल ऑफिसर हैं और उनके ससुर भी सेना में ही है।
गौरतलब है कि तबाही के इस खौफनाक मंजर के बीच अब भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। संकट की इस घड़ी में तुर्की के साथ भारत मजबूती के साथ खड़ा है। इंडियन आर्मी और NDRF की टीमें ऑपरेशन दोस्त के तहते तुर्की में रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही हैं।
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