रुद्रप्रयाग
BREAKING: तीर्थ पुरोहितों ने पीएम मोदी को भेजा खून से लिखा पत्र, की ये मांग…
रूद्रप्रयागः उत्तराखंड में देवस्थान बोर्ड का मुद्दा गरमाता जा रहा है। जहां देवस्थानम बोर्ड एक्ट को रद्द करने की मांग को लेकर तीर्थ पुरोहित केदारनाथ में बीते 2 वर्षों से लगातार आंदोलन कर रहे हैं। तीर्थ पुरोहित और पंडा समाज के लोग सरकार से नाराज चल रहे हैं। तीर्थ पुरोहित और पंडा समाज ने जब सामूहिक रूप से भाजपा की सदस्यता छोड़ने की धमकी दी है तो वहीं अब तीर्थ पुरोहितों ने पीएम मोदी से मदद की गुहार लगाई है। पीएम मोदी ने तीर्थ पुरोहितों को पुरानी परंपराओं को बचाने की गुहार लगाते हुए मामले में हस्तक्षेप करने के लिए खून से पत्र लिख कर भेजा है।
बता दें कि ये पत्र अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित युवा महासभा और श्री केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित के द्वारा भेजा गया है। पत्र में लिखा गया है कि ‘पुरोहितों के हक, हुकूकों के साथ जबरन खिलवाड़ किया जा रहा है, जो न्यायोचित नहीं है।’ पत्र पर तीर्थ पुरोहितों ने लिखा है कि राज्य सरकार द्वारा देवस्थानम बोर्ड बनाने का कदम सनातन धर्म की पौराणिक परंपराओं के साथ छेड़छाड़ है इसलिए पीएम मोदी से मामले में दखल देकर बोर्ड को रद्द करने की मांग की है। जिसके लिए पोस्ट के जरीए खून से लिखा पत्र भेजा गया है।
गौरतलब है कि हाल ही में केदारनाथ और बद्रीनाथ के तीर्थ पुरोहित महापंचायत ने भी सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी थीं। देवस्थानम बोर्ड के गठन पर पुजारी संघ को आपत्ति है। केदारघाटी के मुख्य बाजारों में भी तीर्थ पुरोहित प्रदर्शन कर चुके हैं। प्रदर्शनों के बाद भी सरकार ने पूरे प्रकरण में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया है। यही वजह है कि तीर्थ पुरोहित समाज में घटना को लेकर बेहद आक्रोश देखने को मिल रहा है। जल्द समाधान न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी तीर्थ पुरोहितो ने दी है।
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