टिहरी गढ़वाल
Episode 1: नमामि गंगे योजना को पलीता लगाता नगर पंचायत चमियाला, कैसे होगी निर्मल गंगा…
घनसाली: जिले की प्रमुख नदी भिलंगना नदी में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। नगर पंचायत की लापरवाही से जीवनदायिनी नदी को मैली करने में नगर पंचायत कोई कसर नही छोड़ रहा है। नगर पंचायत चमियाला के स्थानीय बाजारों की गंदगी घनसाली ले जाकर भिलंगना नदी में डालने का सिलसिला करीबन तीन वर्षों से चला आ रहा है जो कि थमने का नाम नही ले रहा है। एक तरफ जहां पूरे देश में स्वच्छ भारत मिशन योजना पर कार्य किया जा रहा है, वहीं नगर पंचायत चमियाला इस मिशन को ठेंगा दिखाने में जुटी हुई है। भिलंगना नदी में कूड़ा डालना नमामि गंगे के कार्यो में पलीता लगाने के अलावा गंगा के स्वछ व निर्मल अभियान के साथ भी भद्दा मजाक है।
नगर पंचायत चमियाला द्वारा नदी में कूड़ा डालने का वीडियो सोशल मीडिया में काफी तेजी से वायरल हो रहा है। एक तरफ प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत अभियान चला रहे हैं दूसरी तरफ नगर पंचायत चमियाला की ढिलाई के चलते भिलंगना नदी के किनारे कूड़ा डाला जा रहा है। इससे नदी का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। सामाजिक कार्यकर्ता साब सिंह कुमाई ने बताया कि भारत सरकार जहां नमामि गंगे योजना के तहत लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर गंगा की सफाई कर रही है वहीं नगर पंचायत चमियाला के द्वारा वन विभाग की भूमि पर चमियाला बाजार का कूड़ा घनसाली ला कर भिलंगना नदी को मैली करने में कोई कसर नही छोड़ी जा रही है। चमियाला घनसाली रोड़ पर फैले इस कूड़े के कारण वहां पर हर समय बंदरों का जमावड़ा लगा रहता है। जिससे कि बालगंगा सेंदुल महाविद्यालय में आने जाने वाले छात्रों को बन्दरों के आतंक का सामना करना पड़ रहा है। सेंदुल विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा इसकी सूचना शासन-प्रशासन को भी कई बार दे दी गई, मगर इस पर कोई कार्यवाही आजतक नहीं हो पाई। अब देखना यह होगा कि नगर पंचायत चमियाला व शासन-प्रशासन इस विषय पर सुद ले पता है या नही।
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