उत्तराखंड
निर्देश: हजारों शिक्षकों को निदेशालय में दिखाने होंगे एजुकेशनल सर्टिफिकेट, फर्जी शिक्षकों की प्रदेश में बढ़ रही तादात
देहरादून। प्रदेश में फर्जी दस्तावेजों को लगाकर शिक्षकों की तादात बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में अब प्रदेश के हजारों शिक्षकों को अपने शैक्षिक दस्तावेज निदेशालय में दिखाने होंगे।
फर्जी दस्तावेजों से शिक्षक बने मामलों में तेजी से हो रही बढ़ोतरी के बाद कोर्ट की तरफ से भी निदेशालय को ऐसे शिक्षकों की जांच के निर्देश दिए गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के आधार कोर्ट की तरफ से इस सख्ती और फर्जी शिक्षकों के बढ़ते मामलों को देखते हुए शिक्षा विभाग ने भी अब शिक्षकों के प्रमाण पत्र एकत्रित करने शुरू कर दिए हैं।
प्रदेश में फर्जी प्रमाण पत्रों के बूते नौकरी पाने वाले शिक्षकों के खिलाफ एसआईटी द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। वहीं, अब उत्तराखंड में 40 हजार शिक्षकों को अपने प्रमाण पत्रों की जानकारी विभाग को देनी होगी।
यही नहीं इन प्रमाण पत्रों की कॉपी भी शिक्षकों को विभाग में जमा करानी होगी ये आदेश निदेशालय स्तर पर जारी किया गया है।
22 अक्टूबर तक यह सभी दस्तावेज निदेशालय में पहुंचाने की भी तारीख तय की गई है।
जानकारी के अनुसार शिक्षा निदेशक की तरफ से बेसिक और जूनियर स्तर के शिक्षकों को इसके लिए आदेश दिए गए हैं। वहीं, प्रमाण पत्र जमा नहीं कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई की भी बात कही गई है।
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