उधम सिंह नगर
सराहनीय: स्कूल मिला बंद, तो गेट फांदकर अंदर पहुंची उपशिक्षा अधिकारी, खुद बच्चों को पढ़ाया…
काशीपुर: उत्तराखंड की राजधानी भले ही शिक्षा हब के रूप में पहचानी जाती हो। देश विदेश से बच्चे यहां पढ़ने आते हैं। लेकिन सरकार के तमाम दावों के बाद भी सरकारी स्कूलों में शिक्षा के हालात नहीं सुधर रहे हैं। ऐसी ही एक तस्वीर काशीपुर से सामने आई है। यहां जब औचक निरीक्षण पर पहुचीं उपशिक्षा अधिकारी गीतिका जोशी को स्कूल बंद मिला और स्कूल खुलने के इंतजार में बच्चे गेट पर खड़े मिले तो वह खुद गेट फांदकर स्कूल के अंदर पहुँच गई। साथ ही उन्होंने बच्चों को स्कूल परिसर में पढ़ाया भी। उन्होंने कहा कि स्कूल में शिक्षक का ना आना घोर लापरवाही को दर्शाता है, इस पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
राज्य में शिक्षकों की मनमानी सामने आती रही है। सरकारी स्कूलों में शिक्षा की हालत किसी से छुपी नही है। इस बात की जमीनी हकीकत बयां करती तस्वीर काशीपुर से सामने आई है। यहां उप शिक्षा अधिकारी के औचक निरीक्षण में स्कूल की व्यवस्थाओं और शिक्षकों की मनमानी दिखी है। काशीपुर में प्राथमिक विद्यालय सीतारामपुर में जब उपशिक्षा अधिकारी गीतिका जोशी औचक निरीक्षण पर पहुचीं तो उन्हें स्कूल बंद मिला। स्कूल में ना तो शिक्षक पहुंचे और ना ही भोजन माता आई। जबकि स्कूल में पंजीकृत सभी 30 बच्चे स्कूल के गेट के बाहर पहुंच गए। करीब आधा घंटा इंतजार करने के बाद भी शिक्षक के न पहुंचने उपशिक्षा अधिकारी गीतिका जोशी को गेट फांदकर स्कूल के अंदर एन्ट्री करनी पड़ी।जिसके बाद उपशिक्षा अधिकारी ने स्कूल पहुंचे बच्चों को पढ़ाया भी।
वहीं, उन्होंने स्कूल शिक्षक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने कहा कि अभी केवल 2 दिन स्कूल खुले हुए हो रहे हैं, ऐसे में शिक्षक का न आना और स्कूल बंद होना घोर लापरवाही है। शिक्षक का वेतन काटने के साथ ही उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उधर, स्थानीय लोग उपशिक्षा अधिकारी की इस पहल की काफी सराहना कर रहे हैं।
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