उत्तराखंड
राजनीति: राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में यूकेडी की घुसपैठ, दल के पक्ष में बन रहा अच्छा माहौल
देहरादून। राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में क्षेत्रीय राजनीतिक दल उत्तराखंड क्रांति दल के पक्ष में अच्छा माहौल बन रहा है। पहली बार लोग दल चुनाव के आइने से देख रहे हैं।
दरअसल, उत्तराखंड की जनता दिल्ली से नियंत्रित राजनीतिक दलों से उकता चुकी है। 20 सालों में राज्य पर लादे गए दिल्ली के विचार अब पहाड़ पर बोझ साबित हो रहे हैं। दरअसल दिल्ली ने राज्य के असली सवालों को हाशिए पर पहुंच दिया है।
दिल्ली में राज्य के हित में ऊंची आवाज में बोलने वाले नेता राज्य में किसी भी दल में नहीं हैं। जाहिर दिल्ली में राज्य के एडवोकेसी भी नहीं हो पाती और राज्य में लोकल मुददे राष्ट्रीय राजनीति की भेंट चढ़ जाते हैं। इसके बदले राज्य को राष्ट्रीय स्तर के नारों के अलावा कुछ नहीं मिला।
इस बात को अब राज्य के लोग अच्छे से समझ चुके हैं। लोग देश के अन्य राज्य में उभरे क्षेत्रीय राजनीतिक दलों का उदाहरण दे रहे हैं। उक्त राज्यों में दिल्ली से नियंत्रित दलों को दोयम दर्जे का बनाने से हो रहे लाभ भी लोग खूब गिना रहे हैं।
यही वजह है कि पहली बार लोग यूकेडी को चुनाव के आइने में गंभीरता से ले रहे हैं। यूकेडी और राज्य में सक्रिय अन्य क्षेत्रीय दल एकजुट होकर जनता के बीच गए तो 2022 में उक्त दलों को सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
राज्य के कई पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों के बीच इस प्रकार की चर्चाएं तक होने लगी हैं। यानि अब यूकेडी समेत राज्य के तमाम अन्य क्षेत्रीय दलों के नेताओं पर निर्भर करता है कि वो लोगों के सामने 2022 में क्या भरोसा रख पाते हैं।
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