उत्तराखंड
सुपर एक्सक्लूसिव-तहसीलदार ने दस हजार रुपये में बेचा ईमान
UT- खरीदे गए भूखंड का दाखिल-खारिज करने के एवज में दस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए उत्तरकाशी जिले की चिन्यालीसौड़ तहसील के तहसीलदार चंदन सिंह राणा को विजिलेंस टीम ने रंगे हाथ दबोच लिया। आरोपित तहसीलदार के खिलाफ देहरादून विजिलेंस कार्यालय में ही रिपोर्ट दर्ज की गई है। इस घटना के बाद से तहसील में हड़कंप मचा हुआ है।
विजिलेंस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार चिन्यालीसौड़ (उत्तरकाशी) के कैंथोली निवासी नारायण सिंह पंवार ने शिकायत की थी कि उन्होंने ओमप्रकाश पुत्र चतर लाल, निवासी टिहरी गढ़वाल से 1.85 लाख रुपये में एक आवासीय भूखंड खरीदा। इस पर निर्धारित स्टाम्प शुल्क भी अदा किया गया। भूखंड को राजस्व अभिलेखों में अपने नाम दर्ज कराने (दाखिल-खारिज) के लिए उन्होंने चिन्यालीसौड़ तहसील में आवेदन किया। लेकिन, तहसील से दाखिल-खारिज पत्रावली को अपूर्ण बताते हुए आवेदन निरस्त कर दिया गया।
शिकायतकर्ता नारायण सिंह पंवार की ओर से दोबारा शपथ पत्र दाखिल कर पत्रावली को बहाल किया गया। साथ ही वह तहसीलदार चंदन सिंह राणा से भी दाखिल-खारिज के संबंध में मिले। शिकायतकर्ता के अनुसार तहसीलदार ने इस पर 13 हजार रुपये खर्च आने की बात कही। लेकिन, शिकायतकर्ता के यह कहने पर कि उसकी स्थिति इतने पैसे देने की नहीं है, तहसीलदार ने दोटूक कहा कि दस हजार रुपये देने के बाद ही काम हो पाएगा। इसके लिए तहसीलदार ने उन्हें 21 अगस्त को अपने कार्यालय में बुलाया। शिकायतकर्ता ने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि वह किसी भी हाल में रिश्वत नहीं देना चाहता, बल्कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारी को पकड़वाना चाहता है। इसके बाद डीआइजी विजिलेंस कृष्ण कुमार वीके ने शिकायत की जांच करवाई और सही पाए जाने पर एक ट्रैप टीम का गठन किया। बुधवार को यह टीम चिन्यालीसौड़ पहुंची, जहां मुखवा (उत्तरकाशी) निवासी तहसीलदार राणा को दस हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया गया। उधर, आरोपित को रंगे हाथ गिरफ्तार करने वाली टीम के उत्साहवर्द्धन के लिए डीआइजी विजिलेंस ने पारितोषिक देने की घोषणा की है।
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