देहरादून
सल्ट उपचुनाव: भाजपा कोर ग्रुप की बैठक के बाद इन नामों को शीर्ष नेतृत्व को भेजा गया, पैनल में हैं 6 नाम….
देहरादून: उत्तराखंड के अल्मोड़ा ज़िले स्थित सल्ट विधानसभा में आगामी 17 अप्रैल को उपचुनाव होने हैं ऐसे में भाजपा ने कोर ग्रुप बैठक में 6 नामों पर मुहर लगाई है। अब करीब-करीब स्थिति साफ हो गई है कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत सल्ट से चुनाव नहीं लड़ने जा रहे हैं, फ़िलहाल इन सभी में दिवंगत विधायक के भाई महेश जीना का नाम सबसे आगे चल रहा है। शनिवार देर शाम बीजेपी प्रदेश कार्यालय में हुई इस कोर ग्रुप की बैठक में कई देर मंथन चला। बैठक के बाद भाजपा ने संभावित प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लगाई है जिनमें महेश जीना, दिनेश मेहरा, यशपाल रावत, गिरीश कोटनाला, प्रताप रावत और राधा रमन के नाम सामने आए हैं। हालांकि सल्ट विधानसभा सीट पर किसको भाजपा प्रत्याशी बनाएगी इसका फैसला केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में लिया जाएगा। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, मुख्यमंत्री तीरथ रावत, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सह प्रभारी रेखा वर्मा, सांसद अजय भट्ट, अजय टम्टा, माला राज लक्ष्मी शाह, राज्य सभा सांसद नरेश बंसल, पूर्व सीएम विजय बहुगुणा, कैबिनेट मंत्री बांशीधर भगत, और धन सिंह रावत शामिल रहे। आप को बता दें कि पार्टी द्वारा पिछले दिनों राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के पीछे उन आंतरिक व आईबी की सर्वेक्षण रिपोर्टों को मुख्य आधार बताया जा रहा है, जिनमें खासकर कुमाऊं मंडल में भाजपा की स्थिति काफी खराब बताई गई है। भाजपा कुमाऊं मंडल से आने वाले बंशीधर भगत को भी प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा चुकी है। इसलिए मुख्यमंत्री के सल्ट से चुनाव लड़ने से कुमाऊं मंडल की जनता में पार्टी एवं सरकार के प्रति विश्वास बढ़ाया जा सकता था। राज्य अगले छह माह के भीतर एक और उपचुनाव का खर्च व चुनाव आचार संहिता से होने वाले नुकसान से भी बच जाता। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि प्रत्याशी चयन के संबंध में पार्टी का केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड फैसला लेगा। कौशिक ने कहा कि भाजपा के दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने सल्ट क्षेत्र में बहुत बेहतर कार्य किया। वहां के निवासियों के मन में भाजपा के प्रति विश्वास है। यह विश्वास पार्टी के पक्ष में जाए, इस पर भी बैठक में विचार किया गया। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने साफ़ किया सल्ट उपचुनाव में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का नाम नहीं है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में आगे विचार किया जायेगा। लेकिन इतना साफ़ है कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत सल्ट से चुनाव नहीं लड़ेंगे। माना जा रहा कि वह गढ़वाल संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली विधानसभा की किसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। इससे पहले मंत्री हरक सिंह रावत कोटद्वार विधानसभा सीट मुख्यमंत्री के लिए छोड़ने की बात कह चुके हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अभी विधानसभा के सदस्य नहीं हैं। संवैधानिक प्रक्रिया के तहत छह माह के भीतर उन्हें विधानसभा का सदस्य बनना है।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 उत्तराखंड टुडे के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 उत्तराखंड टुडे के फेसबुक पेज़ को लाइक करें