टिहरी गढ़वाल
सलामः टिहरी के जांबाज परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित, पढ़िए इनकी शौर्यगाथा…
टिहरीः वीरभूमि उत्तराखंड के जाबांज देश रक्षा के लिए अपनी जान तक न्यौछावर करने से पीछे नहीं रहते। आतंकियों को मजा चखाना हो या उनका खात्मा हमेशा से ही यहां के जांबाजों ने देशसेवा कर राज्य को गौरावांवित किया है। इस कड़ी में टिहरी के लेफ्टिनेंट जनरल अनिल कुमार भट्ट का नाम जुड़ गया है। लेफ्टिनेंट जनरल अनिल कुमार भट्ट को आतंकियों को हर मोर्चे पर करारा जवाब देने के लिए राष्ट्रपति द्वारा परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया है।
बता दें कि लेफ्टिनेंट जनरल अनिल कुमार भट्ट मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के कीर्तिनगर ब्लॉक के खतवाड़ गांव निवासी हैं। उनका परिवार पिछले पांच दशक से अधिक समय से मसूरी में निवास कर रहा है। भट्ट ने प्रारंभिक शिक्षा मसूरी के हेंपटनकोर्ट और 12वीं तक की पढ़ाई प्रतिष्ठित कान्वेंट स्कूल सेंट जार्ज कॉलेज में की है। एके भट्ट के पिता सत्यप्रसाद भट्ट ने भी कई वर्षों तक फौज में रहकर देश की सेवा की। उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक,डोकलाम विवाद हर मोर्चे पर अपनी विलक्षण बुद्धि और कुशलता के साथ परिस्थितियों का डटकर सामना किया और जीत हासिल की। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट 30 जून 2020 को रिटायर हो गए थे।
अपनी काबिलियत एवं हिम्मत का प्रदर्शन कर कमांडर के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान 2018 में कश्मीर में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान उन्होंने बड़ी सफलता प्राप्त की और आतंकी गतिविधियों को कंट्रोल में लाने में बड़ी कामयाबी हासिल की। मुठभेड़ के दौरान भारतीय सेना ने 254 आतंकी ढेर कर दिए थे। वहीं 60 आतंकी पकड़े गए थे और 4 ने सरेंडर कर दिया। लेफ्टिनेंट जनरल एके यानी कि अनिल कुमार भट्ट ने भारतीय सेना में 39 साल की लंबी अवधि तक सेवा प्रदान की। अब उन्हें परम विशिष्ट सेवा मेडल से अलंकृत किया गया है।
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