चमोली
कहर: चमोली में आफ़त की बारिश से कहर, राष्ट्रीय राजमार्ग पर पानी के वेग में बहा बाइक सवार ,रेस्क्यू जारी…
चमोली। प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में लगातार बरसात का कहर थम नहीं रहा है। लगातार बारिश के चलते कंही मकान जमीदोंज हो गए तो कंही सड़कें बाधित हो गई। वंही चमोली जनपद से खबर आ रही है कि राष्ट्रीय राजमार्ग लोल्टी गदेरे में एक बाइक सवार बह गया है। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए रेस्क्यू अभियान में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार एक मोटरसाइकिल सवार युवक अल्मोड़ा कर्णप्रयाग राष्ट्रीय राजमार्ग पर लोल्टी के पास उफनाते गदेरे को पार करने की कोशिश कर रहा था। इसी बीच पानी के तेज बहाव में वह बह गया। थाना प्रभारी ध्वज वीर सिंह पंवार ने बताया कि सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू अभियान में जुट गई है।
पहल: देश का पहला क्रिप्टोगेमिक गार्डन शुरू, उत्तराखंड के चकराता में हुई शुरुआत…
देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश के राजधानी देहरादून के अंतर्गत चकराता के देववन में राष्ट्र के पहले गैर बीज वाले पौधे जिसका वैज्ञानिक नाम क्रिप्टोगेमीक गार्डन है की शुरुआत कर दी गई है। इस पौधे लगभग 76 प्रजाति नौ हजार फीट की ऊंचाई पर तीन एकड़ जमीन पर फैली हैं। इस बीज रहित पौधे का विस्तार बीज नहीं बल्कि पौधों से होता है। जिसमे शैवाल, काई, फर्न, कवक और लाइकेन भी शामिल हैं।
संजीव चतुर्वेदी मुख्य वन संरक्षक ने बताया कि चकराता के देववन में यह देश का पहला बीज रहित पौधों का उद्यान होगा जिसको इन प्रजातियों के महत्व को देखते हुए तैयार किया गया है। जिसके माध्यम से लोगों को इन प्रजाति के पौधों के बारे में आसानी से बताया जा सके। बताया कि बीज रहित वह पौधे हैं जो जुरासिक युग से धरा पर मौजूद हैं। इन पौधों का आर्थिक मूल्य भी जबरदस्त है। इनका उपयोग कई पकवानों में जायका बढ़ाने के लिए किया जाता है। जबकि औषदि रूप में भी इनका प्रयोग किया जाता है। IFAS चतुर्वेदी ने बताया कि इस परियोजना के लिए देववन को चुना जाना ही जरूरी था। क्योंकि इस वन में इन प्रजातियों के समूह का एक अच्छा समावेश है।
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