टिहरी गढ़वाल
Big breaking: टिहरी का लाल देशसेवा करते हुए सरहद पर शहीद, चार साल पहले हुआ था विवाह,पत्नि बेसुध…
देहरादूनः उत्तराखंड के लिए सरहद से दुःखद खबर आ रही है। वीरभूमि का एक और लाल देश रक्षा करते हुए सियाचिन ग्लेशियर पर शहीद हो गया है। जवान की शहादत की खबर मिलते ही प्रदेश में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। परिजनों में कोहराम मच गया है। पत्नि बेसुध हो गई है। मूलरूप से भनस्वाड़ी, थत्यूड़ ब्लॉक, टिहरी गढ़वाल निवासी जगेंद्र सिंह चौहान पिछले 2007 से कान्हरवाला भानियावाला में निवास कर रहे थे। जगेंद्र सिंह चौहान के शहीद होने की सूचना मिलते ही गांव में शोक छा गया।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार हवलदार जगेंद्र सिंह चौहान पुत्र सेवानिवृत सूबेदार मेजर राजेंद्र सिंह चौहान निवासी ग्राम कान्हरवाला भानियावाला डोईवाला देहरादून देश रक्षा करते हुए शहीद हो गए है। जगेंद्र सिंह चौहान 325 लाइट ए डी बटालियन में कार्यरत थे उनकी उम्र 35 वर्ष थी। इन दिनों सियाचिन ग्लेशियर में तैनात थे। वह विवाहित थे। उनकी पत्नी का नाम किरण चौहान है इनके कोई संतान नहीं है। पति की शहादत की खबर से पत्नि बेसुध हो गई है। क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ गई है। लोग संवेदनाएं व्यक्त करने के लिए शहीद के आवास पर पहुंचने लगे हैं।
आपको बता दें कि पैट्रोलिंग के दौरान लैंड स्लाइडिंग होने के कारण जगेंद्र सिंह शहीद हो गए। जगेंद्र सिंह चौहान 25 फरवरी को घर आने वाले थे। उनके शहीद होने की सूचना मिलते ही पत्नी किरन चौहान और माता विमला चौहान गहरे सदमे में हैं। करीब चार साल पहले उनका विवाह हुआ था। सियाचिन ग्लेशियर क्षेत्र में अत्यधिक बर्फबारी के कारण वहां से पार्थिव शरीर को लाने में समय लग रहा है।शहीद हवलदार जागेंद्र सिंह चौहान का पार्थिव शरीर कल शाम या परसों तक डोईवाला पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
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