नैनीताल
आतंकी मुठभेड़ में उत्तराखंड का 28 वर्षीय जवान शहीद, इगास की खुशियां मातम में बदली, मचा कोहराम…
उत्तराखंड में जहां आज इगास की धूम है वहीं सरहद से बुरी खबर आई है। देशसेवा करते हुए देवभूमि का सपूत शहीद हो गया है। बताया जा रहा है कि जम्मू कश्मीर के रजौरी में आतंकी मुठभेड़ में सेना के दो कैप्टन समेत चार जवान शहीद हो गये है। आतंकियों के साथ हुई इस मुठभेड़ में शहीद होने वालों में उत्तराखंड का लाल भी शामिल है। जवान की शहादत की खबर से प्रदेश में शोक की लहर है। तो वहीं परिवार की खुशियां मातम में तब्दील हो गई है।
मिली जानकारी के अनुसार नैनीताल के खैरना निवासी 28 वर्षीय संजय बिष्ट ने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए है। बताया जा रहा है कि संजय बिष्ट 19 कुमाऊं 9 पैरा में तैनात थे। इन दिनों उनकी पोस्टिंग जम्मू कश्मीर के राजौरी में थी। यहां बुधवार शाम से राजौरी में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान वो घायल हुए थे। उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। बिष्ट रामगढ़ के हली गांव के रहने वाले थे। 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद वह वर्ष 2011-12 में रानीखेत से सेना में भर्ती हुए थे। उनके आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद होने की खबर से पूरे गांव में मातम का माहौल है। गुरुवार सुबह आतंकियों के साथ मुठभेड़ में उनके शहीद होने की सूचना मिली।
बताया जा रहा है कि संजय के शहीद होने की खबर के बाद से ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उम्मीद जताई जा रही है आज शाम तक संजय का पार्थिव शरीर नैनीताल के खैरना स्थित उनके पैतृक घर पहुंच जाएगा. जहां उनके सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, नैनीताल एमएलए सरिता आर्या, डीएम नैनीताल वंदना सिंह ने भी उनकी शहादत पर शोक जताया है।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 उत्तराखंड टुडे के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 उत्तराखंड टुडे के फेसबुक पेज़ को लाइक करें
Latest News -
22 अप्रैल को शहर में झांकी निकाल कर होगी हनुमान ध्वज पताका की स्थापना…
श्रीनगर औऱ देहरादून में स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मचारियों का प्रशिक्षण शिविर किया गया आयोजित…
20 सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन में बागेश्वर पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर…
बीकेटीसी का 18 सदस्यीय अग्रिम दल श्री केदारनाथ धाम प्रस्थान हुआ
देहरादून के यश महावर ने जेईई मेन्स 2025 (सेशन 2) में ऑल इंडिया रैंक 1633 हासिल की
