टिहरी गढ़वाल
विधानसभा चुनावः टिहरी में चुनावी मैदान में त्रिकोणीय मुकाबला, जानिए क्या हैं राजनीतिक समीकरण..?
टिहरी: उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज है। टिहरी हॉट सीट बन चुकी है। टिहरी में तीन प्रत्याशी मैदान में है। तीनों ही कांग्रेस से जुड़े है। जिससे मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। टिहरी जिले की टिहरी विधानसभा एक सामान्य सीट है, जहां साल 2017 में बीजेपी ने बड़ी जीत हासिल की थी। बीजेपी अब उसी परफॉर्मेंस को दोहराने की कोशिश करेगी। इस बार चुनाव से ठीक पहले जो उलटफेर हुआ है, उससे इस सीट पर सभी राजनीतिक समीकरण पूरी तरह से बदल गए हैं। किशोर उपाध्याय एक बार फिर बीजेपी को जीत दिला सकते है इसकी उम्मीद की जा रही है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार विधायकी की कुर्सी से दस साल से दूर रहे किशोर उपाध्याय ने सिर्फ कुर्सी के लिए कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा क्योकि कांग्रेस के टिकट पर उन्हे साक्षात हार दिख रही थी। किशोर दो बार कांग्रेस के टिकट पर सोनिया गांधी की रैली के कारण विधायक मंत्री और पार्टी अध्यक्ष बन सके थे। चुनाव से ठीक पहले एक तरफ बीजेपी विधायक धन सिंह नेगी ने कांग्रेस का दामन थाम लिया, तो कांग्रेस के इस सीट पर दो बार विधायक रह चुके पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया। बता दें कि किशोर उपाध्याय की जगह जिन्हे अब कांग्रेस ने टिहरी सीट से मैदान मे उतारा है धन सिंह नेगी ताज़ा ताजा कांग्रेसी है। उन्हें किशोर के भागने का लाभ मिला है और वे चुनाव को त्रिकोणीय बनाये हुए हैं। किशोर को उम्मीद है कि वह एक बार फिर टिहरी से विधायक का चुनाव जीत इतिहास रचेंगे।
गौरतलब है कि किशोर उपाध्याय को टिहरी से हराने वाले दिनेश धनाई पूर्व में कांग्रेस मे रह चुके है। बाद में कांग्रेस की हरीश रावत सरकार में सहयोगी मंत्री रह चुके है और यदि फिर जीत जाते हैं तो नई सरकार के पास ही जाएंगे। बाद में दिनेश धनाई और सहदेव पुंडीर से हारने के बाद अब भाजपा से चुनाव लड़ रहे है। बहरहाल इन तीनों नये पुराने कांग्रेसियों ने टिहरी में चुनाव को रोचक बना रखा है सबको सबके साथ सबके विश्वाश की आशा है ।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 उत्तराखंड टुडे के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 उत्तराखंड टुडे के फेसबुक पेज़ को लाइक करें