टिहरी गढ़वाल
असमंजस: अजब गजब का श्रीदेव सुमन विवि, खुद के ही विभाग में खुद के अधिकारी
पंकज रतूड़ी। टिहरी गढ़वाल। श्रीदेव सुमन विवि के अधिकारियों के कारनामे भी अजब-गजब है। विवि के परीक्षा नियंत्रक ने अपने ही आदेशों से खुद को ही बीएड प्रायोगिक और मौखिक परीक्षा के लिए परीक्षक नियुक्त कर डाला।
परीक्षा नियंत्रक का यह आदेश सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोग विवि की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। विवि के अधिकारियों से अब इसका जवाब देते नहीं बन पा रहा है। विवि के प्रभारी कुलसचिव दिनेश चंद्रा ने मामले में कुछ भी कहने से स्पष्ट इनकार कर दिया है।
श्रीदेव सुमन विवि से गढ़वाल मंडल के 28 स्ववित्त पोषित बीएड कॉलेज संबद्ध है। सत्र 2018-20 बीएड प्रयोगात्मक और मौखिक परीक्षा के लिए विवि ने परीक्षक नियुक्त कर दिए हैं।
विवि के परीक्षा नियंत्रक डा. आरएस चौहान ने अपने ही आदेशों से खुद को हरिद्वार जिले के दो निजी बीएड कॉलेजों का परीक्षक नियुक्त करने का आदेश जब दोनों कॉलेजों को भेजा, तो कॉलेज संचालक हैरान रह गए।
परीक्षा नियंत्रक का परीक्षक बनने का आदेश सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोगों ने विवि प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने शुरू कर दिए। 19 अक्तूबर को आदेश जारी करने के बाद परीक्षा नियंत्रक छुट्टी पर चले गए।
नियम के तहत कोई भी परीक्षा नियंत्रक अपने विवि से संबद्ध कॉलेजों में परीक्षक तैनात नहीं हो सकता है। भले ही परीक्षा नियंत्रक किसी दूसरे विवि के कॉलेजों में परीक्षक बन सकता है।
इस बाबत परीक्षा नियंत्रक डा. आरएस चौहान ने कहा कि वह पहले शिक्षक हैं। परीक्षा नियंत्रक बाद में हैं। मैं प्रयोगिक और मौखिक परीक्षा लेेने किसी भी बीएड कॉलेज में नहीं जाऊंगा।
विवि के प्रभारी परीक्षा नियंत्रक डा. हेमंत बिष्ट ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। यदि ऐसा आदेश जारी हुआ, तो यह नियम विरुद्ध है।
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