टिहरी गढ़वाल
सवाल: डोबरा-चांठी पुल पर किस की लगी नजर, बिछे मास्टिक के जोड़ खुले, निर्माणदायी कंपनी पर उठ रहे सवाल
देहरादून। देश के सबसे लंबे सिंगल लेन डोबरा चांठी सस्पेंशन ब्रिज के ऊपर बिछे मास्टिक के जोड़ खुलने लगे है। मस्टिक के जोड़ खुलने पर निर्माणदायी गुप्ता कंपनी पर सवाल खड़े होने लगे हैं। अब इस पुल के उद्घाटन में भी और समय लग सकता है। यह पुल टिहरी झील के ऊपर बनाई जा रही है।
आपको बता दें कि डोबरा चांठी पुल का निर्माण 2005 में शुरू किया गया था। तब से लेकर आज तक कई उतार-चढ़ाव आने के बाद डोबरा चांठी पुल का काम अंतिम चरणों पर है,
लेकिन डोबरा चांठी पुल के ऊपर बिछी मास्टिक के जोड़ खुलने से निर्माण कर रही गुप्ता कंपनी की कार्यशैली पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
वहीं, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता एस मख्लोगा ने कहा कि डोबरा चांठी पुल के ऊपर चांठी साइड की तरफ जो मास्टिक बिछाई गई है,
उसके जोड़ खुल गए हैं। इसको लेकर गुप्ता कंपनी को तत्काल ज्वाइंट को ठीक करने और सीलिंग को प्रॉपर तरीके से करने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके साथ ही पुरानी पट्टी को हटाकर नई पट्टी लगाने के निर्देश दिए है, जिससे ज्वाइंट की सीलिंग सही से हो सके। बताया जा रहा था कि इस पुल का उद्घाटन सितंबर या अक्टूबर महीने में प्रधानमंत्री मोदी के हाथों होने की संभावना थी,
लेकिन अब पुल पर बिछी मास्टिक के जोड़ के खुलने से पुल के उद्घाटन में अभी औक समय लग सकता है।
क्या है पुल की खासियत
डोबरा चांठी पुल 440 मीटर सस्पेंशन ब्रिज हैं तथा 260 मीटर आरसीसी डोबरा साइड एवं 25 मीटर स्टील गार्डर चांठी साइड है । पुल की कुल चौड़ाई सात मीटर है,
जिसमें मोटर मार्ग की चौड़ाई 5.50 (साढ़े पांच) मीटर है। जबकि फुटपाथ की चौड़ाई 0.75 मीटर है. फुटपाथ पुल के दोनों ओर बनाया जा रहा है। इसके बनने से प्रतापनगर की 3 लाख से अधिक आबादी को आने जाने में राहत मिलेगी।
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