टिहरी गढ़वाल
टिहरीः मौत से 10 मिनट पिंकी ने लिखा ‘कमिंग सून’ का मैसेज, लेकिन घर आया शव,12 मई को होनी थी शादी…
टिहरीः किसी घर में शादी की खुशियां हो। दुल्हन अपनी शादी के लिए खरीदारी करने गई हो। और घर वालों को कंमिग सून का संदेश भेजे और घर उसका शव पहुंचे तो आप सोच सकते है क्या माहौल होगा। जी हां ऐसा ही मामला उत्तराखंड में सामने आया है। 12 मई को जिस बेटी की शादी होनी थी आज उस बेटी की अर्थी उठने की तैयारी है। परिवार में कोहराम मचा है। एक हादसा पलक झपकते ही बेटी को मौत की नींद सुला गया। टिहरी में ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ दर्दनाक सड़क एक परिवार को उजाड़ गया है। युवती के गांव में शोक की लहर है। तो वहीं परिवार में कोहराम मचा है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार तोता घाटी में कार दुर्घटना में मृत पिंकी पुत्री त्रिलोक सिंह राणा की 12 मई को शादी थी। घर में शादी की तैयारी चल रही थी। वह अपने मामा प्रताप सिंह, मामी भागीरथी देवी और भाई-बहन के साथ वह अपनी पसंद का शादी का सामान खरीदने मेरठ गई थी। उसे रविवार को अपने घर वाण मंदोली, थराली, चमोली पहुंचना था। वक्त की खेल देखिए यह लोग जब सुबह मुनिकीरेती से चमोली के लिए रवाना हुए तो व्यासी पहुंचकर पिंकी ने अपने वाट्स एप से अपने घर पर यह संदेश दिया ‘कमिंग सून’ यानी जल्दी पहुंच रहे हैं। उसे भी नहीं पता था कि घर वालों के लिए उसका यह आखरी संदेश होगा।
बताया जा रहा है कि चमोली जिले में थराली ब्लाक के बाण-मंदोली गांव के रहने वाले प्रताप सिंह की भतीजी पिंकी का 12 मई को विवाह था। विवाह के लिए खरीदारी करने के लिए प्रताप अपनी कार से पत्नी भागीरथी देवी, पुत्र विजय, पुत्री मंजू और भतीजी पिंकी के साथ शनिवार को मेरठ गए थे। पुलिस को जांच में पिंकी के मोबाईल में आखिरी मैसेज परिवार को भेजा गया ‘कमिंग सून’ का मैसेज मिला है। जिस पिंकी के चार दिन बाद हाथ पीले होने वाले थे, उसकी शादी का सामान खाई में चारों ओर बिखरा हुआ है। खाई इतनी गहरी थी के राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के सदस्यों को शव निकालने के लिए राफ्ट का सहारा लेना पड़ा।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 उत्तराखंड टुडे के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 उत्तराखंड टुडे के फेसबुक पेज़ को लाइक करें