टिहरी गढ़वाल
मिसालः टिहरी के सरकारी स्कूल के छात्र ने कड़ी मेहनत से पाया मुकाम, जिले में हासिल किया पहला स्थान…
टिहरीः अगर कुछ पाने की चाह हो और मेहनत और लगन का जज्बा हो तो ये मायने नहीं रखता की आप किस स्कूल से पढ़ रहे है। इंग्लिश मीडियम या हिंदी मीडियम के छात्र है। आज पहाड़ के युवा ये कहते हैं कि पहाड़ों पर पढ़ाई अच्छी नहीं होती लेकिन इस बात को गलत साबित कर दिया है। टिहरी गढ़वाल के विकासखंड भिलंगना के सरकारी स्कूल में पढ़ाई करने वाले वाले छात्र महेश लसियाल ने। महेश ने हाल ही में MMS राष्ट्रीय साधन सह योग्यता छात्रवृत्ति परीक्षा में पूरे जनपद में प्रथम स्थान हासिल किया है। उनकी उपलब्धि से क्षेत्र में खुशी की लहर है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार महेश लसियाल के पिता पारेश्वर प्रसाद लसियाल भी सरकारी विद्यालय में एक शिक्षक हैं। वह अभी राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बेलेश्वर केमर में सेवा दें रहे हैं, उन्होंने महेश को शहरों के नामी गिरामी प्राइवेट स्कूलों में नहीं पढ़ाया बल्कि महेश अपने ही पिता के सरकारी स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे है। इसी स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर और अपनी मेहनत व लगन से महेश ने आठवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के साथ ही MMS राष्ट्रीय साधन सह योग्यता छात्रवृत्ति परीक्षा पास की है। उनकी इस कामयाबी से उनके पिता और विद्यालय गर्व महसूस कर रहे है। अपनी इस कामयाबी से जहां महेश ने पहाड़ के अन्य युवाओं के समक्ष मिसाल कायम की है। उन्होंने इस उपलब्धि से बता दिया है कि मेहनत एवं लगन से अध्ययन करने वाले बच्चों को सुनहरा भविष्य बनाने के लिए सरकारी विद्यालयों से बहुत अच्छी मदद मिलती है।
वहीं उनके पिता ने भी ये साबित कर दिया है शिक्षक के हाथ में बच्चे का भविष्य होता है। उन्होंने उन लोगो के मुंह पर तमाचा मार है जो सरकारी विद्यालयों को सिर्फ दाल भात खाने का केंद्र बताते हैं। भिलंगना प्रखंड में शिक्षा का स्तर सुधारने वाले खंड शिक्षा अधिकारी भुवनेश्वर प्रसाद जदली ने भी महेश की इस सफलता पर पिता पुत्र को बधाई दी और अन्य शिक्षकों से भी अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा अपने बच्चों को अपने ही विद्यालय में पढाएं जिस से शिक्षा के स्तर में सुधार भी होगा और बच्चों के अंदर समानता का भाव भी होगा।
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