टिहरी गढ़वाल
एक्शन: ऐसा क्या हुआ जो डीएम टिहरी को होना पड़ा सख्त, नाप डाली पैदल पूरी सड़क, जानिए क्या है मामला
नरेंद्रनगर। वाचस्पति रयाल
बरसात के इस मौसम में सड़कों के बेहाल होने से कहीं मानव जनित तो कहीं प्राकृतिक दुर्घटनाओं के चलते अनेकों लोग जीवन से हाथ धो बैठे हैं। प्राकृतिक आपदा के इस दौर में लोगों के सामने पहाड़ जैसी मुसीबतें खड़ी हो गई हैं।
इन्हीं सब बातों को मध्य नजर रखते हुए टिहरी के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने ऋषिकेश- गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग(एन एच-94) का नरेंद्रनगर से लेकर चंबा तक के रोड निर्माण कार्यों व दैवीय आपदा से उत्पन्न समस्याओं का बारीकी से निरीक्षण किया।
नरेंद्रनगर से चम्बा तक के इस निरीक्षण में जिलाधिकारी ने कई किलोमीटर की दूरी पैदल ही तय कर डाली।
इस दौरान जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय राजमार्ग -94 के चौड़ीकरण से प्रभावित स्थानीय जनता की समस्याओं को भी सुना।अधिकांश लोगों ने रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी(एमजीसीपीएल तथा भारत का कंस्ट्रक्शन कंपनी) पर मानकों के विपरीत कार्य करने का आरोप लगाया।
जिलाधिकारी ने प्रभावितों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए निर्माणदायी कंपनियों को सख्ती के साथ आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने नरेंद्रनगर डंपिंग जोन के एक से छ: किमी तक क्षतिग्रस्त हुए रानीपोखरी मोटर मार्ग, फकोट-कटकोड़ मोटरमार्ग के किमी एक पर क्षतिग्रस्त मोटर मार्ग, खाड़ी में निर्माणाधीन पुल की कम ऊंचाई के कारण गजा मोटर
मार्ग का समरेखण बिगड़ने,एनएच पर अधिक ऊंचाई की कंक्रीट से निर्मित सुरक्षा दीवार को सीधे खड़ी पोजीशन में बनाए जाने जैसे कार्यों के निरीक्षण में भारी कमियां पाते हुए बडी़ हैरानी जतायी और इस तरह के निर्माण कार्यों को प्रथम दृष्टया मानकों के विपरीत बताया।
नेशनल हाईवे कंस्ट्रक्शन कंपनियों को निर्देश करते हुए जिलाधिकारी ने लोनिवि की सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर दुरुस्त करने को कहा है।
जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद उपजिलाधिकारी नरेंद्रनगर युक्ता मिश्र को निर्माण के मानकों व कंपनियों को बिंदुवार कार्रवाई करने के दिए निर्देशों पर समीक्षा के भी निर्देश दिए।
बस्तियों से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर जल की निकासी हेतु नालियों का उचित निर्माण न करने पर जिलाधिकारी ने असंतोष व्यक्त किया और निर्माणदायी कंपनियों को कड़ी फटकार लगाते हुए दोनों तरफ नालियां निर्मित करने के आदेश दिए। ताकि सड़क के नजदीकी बस्तियों को बरसाती पानी के होने वाले नुकसान से बचाया जा सके।
वहीं बगरधार के पास स्थित माउंट कार्मेल क्रिश्चियन अकैडमी स्कूल के पास खडे़ पीपल के पेड़ को हटाए जाने की विधिवत कार्यवाही करते हुए मौके पर उपस्थित डीएफओ को इसके लिए निर्देशित किया गया।
पीड़ित परिवार को मिले जिलाधिकारी, दी सांत्वना
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने हिंडोलाखाल में विगत दिनों एनएच की सुरक्षा दीवार के गिरने से प्रभावित परिवार धर्म सिंह नेगी व अन्य से भी मुलाकात कर सांत्वना देते हुए कहा कि जिला प्रशासन सदैव आपके साथ है।
जिलाधिकारी ने प्रभावित परिवार के मकान निर्माण के लिए ग्रामसभा/राजस्व की सुरक्षित भूमि तलाशने के लिए उपजिलाधिकारी नरेंद्रनगर को प्राथमिकता से कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
वहीं दुआधार में सेवकराम नौटियाल के मकान के ऊपर की एनएच सुरक्षा दीवार की सही स्टडी करने के साथ ही पहां पर ज्ञान सिंह के मकान के पास से गुजरने वाले एनएच के डिज़ाइन की समीक्षा के भी निर्देश एसडीएम को दिए।
ब्लॉक मुख्यालय फकोट में मोटरमार्ग के ऊपर अटके खतरनाख बड़े बोल्डर को प्राथमिकता से हटाये जाने के निर्देश भी मौके पर उपस्थित भारत कंस्ट्रक्शन कम्पनी के अधिकारियों को दिए।
आगर गांव के पास भागचंद सिंह के मकान में आई दरारों जैसे प्रकरण भी निरीक्षण में पाए गए।
रोड निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल के साथ उपजिलाधिकारी युक्ता मिश्र, ईई लिनीवि नरेंद्रनगर मोहम्मद आरिफ खान,बीआरओ के अधिकारी ओझा,निर्माणदायी कंपनियों के प्रतिनिधि, जनप्रतिनिधि व आमजन उपस्थित थे।
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