उत्तरकाशी
गुहार: संचार क्रांति के युग मे यंहा नही लगते फोन, आखर ज्ञान के लिए जिम्मेदार महकमों से गुहार, जानिए क्या है मामला
उत्तरकाशी। कोविड 19 के दृष्टिगत स्कूल बंद हैं। लिहाजा बच्चों की शिक्षा पद्ति में संचार क्रांति का उपयोग किया गया। इन दिनों ऑनलाइन आखर ज्ञान के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और प्रदेश के सभी स्कूली बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर भी रहे हैं।
लेकिन उत्तरकाशी जिले के कई गांव ऐसे हैं जंहा संचार सेवा ठप है। अब सवाल ये है कि यंहा स्कूली बच्चे ऑनलाइन शिक्षा कैसे ग्रहण करें।
ग्रामीणों ने जिम्मेदार महकमे से संचार सेवा दुरस्त करने की मांग की है।
लिखा है कि वर्तमान में कोरोना वायरस से बचने के लिए सरकार के निर्देशों पर सभी छात्रों को ऑनलाइन माध्यमों से पढ़ाया जा रहा है, इसके लिए छात्रों के पास मोबाइल फोन एवं इंटरनेट की सुविधा होना आवश्यक है।
विकासखंड नौगांव के ग्राम सरनोल, चपटाड़ी, बचाणगांव, बसराली, पटांगढ़ी, कोटी, गंगटाड़ी, फरी, खाण्ड, घटालगांव, मसालगांव, एवं ठकराल पट्टी के अधिकांश गांव में नेटवर्क सुविधा ना होने की वजह से लॉकडाउन के दौरान छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामसभा खाण्ड और सरनोल में 2 वर्ष पूर्व Jio का टॉवर लगा है जो कि अभी तक संचालित नहीं हुआ है। नेटवर्क ना होने के कारण क्षेत्र के सभी लोगों में भारी रोष व्याप्त है
जहां एक तरफ तो सरकार छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन सहित सभी आवश्यक कार्यों को इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन करवाने की बात करती है, वहीं दूसरी ओर जनता को नेटवर्क ना होने की वजह से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों की गुहार है कि जनहित को मध्यनजर रखते हुए ग्राम खांड, सरनोल और कुथनौर में लगाए गए Jio के टावर को संचालित करने की कार्रवाई करवाने की कृपा करें। अब देखना ये है कि जिम्मेदार महकमे ग्रामीणों की इस गुहार को अमल में लाकर करवाई करते हैं भी या नहीं
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