उत्तरकाशी
Big News: उत्तराखंड में छिन गई दो और प्रधानों की कुर्सी, जानिए क्यों पद से धोना पड़ा हाथ…
उत्तरकाशी: उत्तराखंड में दो और प्रधान को पद से हटा दिया गया। तीसरी संतान होने की वजह से उसे अपने पद से हाथ धोना पड़ गया। पद से हाथ धोने वालों में उत्तरकाशी में विकासखंड नौगांव के कुथनौर गांव और मोरी ब्लाक के एक गांव के प्रधान का नाम शामिल है। दरअसल राज्य में स्थानीय निकाय और ग्राम पंचायत के जन प्रतिनिधियों के लिए अधिकतम दो संतान की शर्त लागू है। ऐसे में चुनाव के बाद तीसरी संतान होने की शिकायत पर दोनों प्रधानों की प्रधानी छिन गई है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार उत्तरकाशी में विकासखंड नौगांव के कुथनौर गांव में ग्राम पंचायत चुनाव के दौरान निर्वाचित हुई प्रधान की उस समय दो संतानें थी , लेकिन एक संतान प्रधान निर्वाचित होने के बाद हुई है । इस मामले में कुथनौर के एक ग्रामीण ने जिलाधिकारी से शिकायत की । जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मामले की जांच मुख्य विकास अधिकारी को सौंपी । मामले की सुनवाई मंगलवार को होनी थी , लेकिन संबंधित प्रधान सुनवाई से पहले ही घर लौट गई । मुख्य विकास अधिकारी गोरव कुमार ने बताया कि इस मामले में प्रधान की बर्खास्तगी की संस्तुति की फाइल तैयार कर जिलाधिकारी को भेजी जाएगी।
वहीं दूसरा मामला मोरी ब्लाक के एक गांव का है। यहां भी चुनाव के बाद तीसरी संतान होने के बाद ग्राम प्रधान की प्रधानी दांव पर लग गई है। बता दें कि देश में स्थानीय निकाय और ग्राम पंचायत के जन प्रतिनिधियों के लिए अधिकतम दो संतान की शर्त लागू है । इस शर्त के चलते ऐसे लोग प्रदेश में पंचायत चुनाव में भाग नहीं ले सकते हैं, जिनकी जुलाई 2002 के बाद तीसरी संतान पैदा हुई है. इसके साथ ही बीजेपी सरकार ने 2018 में पंचायती राज एक्ट में भी संशोधन करते हुए, इसमें न्यूनतम शिक्षा की शर्त भी लागू कर दी है।
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