मनोरंजन
Birthday Special: लता जी की गायकी मधुरता का एहसास कराती है, सदियों तक गूंजती रहे सुरीली आवाज…
आज की तारीख देशवासियों को सुरीली और मधुर आवाज की एहसास कराती है। ऐसी जादुई आवाज जो देश के साथ दुनिया भर में पीढ़ी दर पीढ़ी सुनी जा रही है। अपनी सुर साधना से बहुत छोटी उम्र में ही गायन में महारत हासिल की और विभिन्न भाषाओं में गीत गाए। सात दशकों से बॉलीवुड में कई प्रसिद्ध अभिनेत्रियों को अपनी आवाज दी। जिनकी आवाज की सभी दीवाने हैं। हम चर्चा कर रहे हैं ‘धरती’ की सबसे महान गायिका लता मंगेशकर की। आज 28 सितंबर को स्वर कोकिला और आवाज की मल्लिका लता जी का जन्मदिन है । सुबह से ही बॉलीवुड के कई कलाकार उनको जन्मदिन की शुभकामनाएं दे रहे हैं। साथ ही लाखों-करोड़ों प्रशंसक सोशल मीडिया पर अपनी स्वर कोकिला को बधाई दे रहे हैं। सुर सामाज्ञी लता मंगेशकर आज 92वां जन्मदिन मना रहीं हैं । प्रशंसक उनकी लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य की कामना कर रहे हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लता मंगेशकर के लिए ट्वीट कर लिखा कि ‘आदरणीय लता दीदी को जन्मदिन की बधाई। उनकी सुरीली आवाज पूरी दुनिया में गूंजती है। भारतीय संस्कृति के प्रति उनकी विनम्रता और जुनून के लिए उनका सम्मान किया जाता है। व्यक्तिगत रूप से उनका आशीर्वाद महान शक्ति का स्रोत है। मैं लता दीदी के लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं’ । फिल्म डायरेक्टर विशाल भारद्वाज लता जी को उनके जन्मदिवस पर एक ‘अनमोल तोहफा’ भी दे रहे हैं। बता दें कि विशाल भारद्वाज और गीतकार गुलजार ने कहा है कि 26 साल पहले इन दोनों ने लता मंगेशकर के साथ एक गीत रिकॉर्ड किया था जिसे आज जारी किया जाएगा। ‘ठीक नहीं लगता’ के बोल वाले गीत की रिकॉर्डिंग एक फिल्म के लिए की गई थी, जिसे बाद में ठंडे बस्ते में डाल दिया गया । भारद्वाज ने कहा कि उन्होंने ‘माचिस’ फिल्म के भी पहले मंगेशकर के साथ ‘ठीक नहीं लगता’ गाने की रिकॉर्डिंग की थी। यह गाना किसी और फिल्म के लिए लिखा गया था, जो नहीं बन पाई। उसके बाद यह रिकॉर्ड किया गया गाना कहीं खो गया। पिछले दिनों विशाल भारद्वाज को एक बंद पड़े रिकॉर्डिंग स्टूडियो में यह मिल पाया है। इस गाने को सुनने के लिए लता जी के करोड़ों प्रशंसकों को इंतजार है। महान गायिका के जन्मदिन पर आइए कुछ चर्चा की जाए ।
लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर में हुआ था—
लता मंगेशकर सिर्फ आवाज नहीं हैं वो एक एहसास हैं, जिन्हें हर सुनने वाला महसूस करता है । आम से लेकर खास तक हर कोई उनकी आवाज का कायल है । बढ़ती आयु के बावजूद भी लता जी सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय रहतीं हैं । लता मंगेशकर ने 36 भाषाओं में 50 हजार से ज्यादा गीतों को अपनी आवाज दी है। जन्मदिन के खास मौके पर आपको बताते हैं लता मंगेशकर के बारे में कुछ खास बातें। ‘भारत रत्न’ लता मंगेशकर का जन्म 28 सितम्बर 1929 को इंदौर में पंडित दीनानाथ मंगेशकर और शेवंती के घर हुआ। लता के पिता मराठी संगीतकार, शास्त्रीय गायक और थिएटर एक्टर थे जबकि मां गुजराती थीं। बचपन से ही लता को घर में गीत-संगीत और कला का माहौल मिला और वे उसी ओर आकर्षित हुईं। पांच वर्ष की उम्र से ही लता को उनके पिता संगीत का पाठ पढ़ाने लगे। 1942 में पिता की मौत के बाद लता पर परिवार की जिम्मेदारी आ गई थी। तब लता ने हिंदी-मराठी फिल्मों में अभिनय भी किया। मराठी फिल्मों में गाना भी शुरू किया। तब से शुरू हुआ सिलसिला कुछ साल पहले तक जारी रहा। उन्होंने 20 भाषाओं में 30 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। 2001 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया। इससे पहले पद्मभूषण (1969), दादा साहब फाल्के पुरस्कार (1989) और पद्म विभूषण (1999) से पुरस्कृत किया गया। तीन बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और आठ बार फिल्मफेयर पुरस्कार जीता। मध्यप्रदेश सरकार ने लता मंगेशकर के नाम पर पुरस्कार भी स्थापित किया है।
73 वर्षों से लता जी की आवाज देश और दुनिया के कोने-कोने में गूंज रही है—
73 वर्षों से लताजी की आवाज देश के कोने-कोने में खनक रही है । देश ही नहीं बल्कि विश्व भर में फैले प्रशंसक लता को सुर और गायकी की देवी मानते हैं । इन सात दशक में देश और फिल्म इंडस्ट्रीज ने कई बदलाव देखें । लेकिन लता मंगेशकर की आवाज आज भी वैसे ही है, जैसे उन्होंने 50 के दशक में गायकी शुरू की थी । इतने लंबे गायकी के सफर में लता जी ने नरगिस, वैजयंती माला, निरुपा राय, मधुबाला, आशा पारेख, माला सिन्हा, हेमा मालिनी, रेखा से लेकर श्रीदेवी, माधुरी दीक्षित, करीना कपूर तक उन्होंने अपनी आवाज दी । लता मंगेशकर ने एक से बढ़कर एक संगीतकारों के साथ काम किया । चाहें मास्टर गुलाम हैदर हों या फिर नौशाद, शंकर, जय किशन की जोड़ी हो या फिर मदन मोहन, सलिल चौधरी, लक्ष्मीकांत प्यारे लाल और आरडी वर्मन के साथ उन्होंने खूब गाने गाए । सुर सामाज्ञी लता को लेकर लोग कहते हैं कि उनके गले में सरस्वती का वास है । उनकी सुर की दीवानगी ऐसी रही कि एक वक्त बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री भी फिल्में साइन इस शर्त पर करती थी कि लता उन्हें आवाज देंगी । देश की सबसे मशहूर आवाज के बारे में जावेद अख्तर ने कहा था, ‘हमारे पास एक चांद है, एक सूरज है और एक लता मंगेशकर हैं । नौशाद जिनके संगीत पर लता ने ‘मदर इंडिया’, ‘मुगले आजम’ जैसी बहुत फिल्मों में गाने गाए, उन्होंने लता मंगेशकर की तारीफ में लिखा था, ‘सुनी सबने मोहब्बत की जवां आवाज में तेरी, धड़कता है दिल-ए-हिन्दोस्तां आवाज में तेरी’ । एक वो दौर भी था जब फिल्में चलें या न चलें लता के गानों से मेकर्स अच्छी कमाई कर लेते थे । निर्माता ओम प्रकाश मेहरा ने कहा था कि ”मिस मेरी’, ‘गेटवे ऑफ इंडिया’ से लेकर ‘जहांआरा’ तक की फिल्मों के प्रोडक्शन में से जितने पैसे नहीं मिले, उससे ज्यादा पैसे इन फिल्मों में लता जी के गाए गीतों की रॉयल्टी से मिले । ओमप्रकाश मेहरा ने लता मंगेशकर की लंबी उम्र को लेकर एक बार ये भी कहा था, हे ईश्वर दुनिया में जितने लोग हैं उनकी जिंदगी से तू एक सेकेंड कम कर दे और लता जी की जिंदगी में जोड़ दे ।
लता जी के गाए प्रसिद्ध सुपरहिट गाने जो आज भी करोड़ों प्रशंसक नहीं भूल पाए हैं—
हवा में उड़ता जाए (बरसात) आएगा आएगा आएगा आने वाला (महल) घर आया मेरा परदेसी (आवारा) तुम न जाने किस जहां में (सजा) ये जिंदगी उसी की है (अनारकली) मन डोले मेरा तन डोले (नागिन) मोहे भूल गए सांवरिया (बैजू बावरा) यूं हसरतों के दाग (अदालत) जाएं तो जाएं कहां (टैक्सी ड्राइवर) प्यार हुआ इकरार हुआ (श्री 420) ऐ मालिक तेरे बंदे हम (दो आंखें बारह हाथ) आ लौट के आजा मेरे गीत (रानी रूपमती) प्यार किया तो डरना क्या (मुगल ए आजम) ओ बसंती पवन पागल (जिस देश में गंगा बहती है) ज्योति कलश छलके (भाभी की चूड़ियां) पंख होती तो उड़ आती रे (सेहरा) यह ऐसे गीत रहे जो लता जी के सबसे सुपरहिट माने जाते हैं। आज लता मंगेशकर के 92वें जन्मदिवस पर हम सभी उनकी लंबी आयु की कामना करते हैं कि वह सदियों तक ऐसे ही मधुर आवाज में गातीं रहें ।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 उत्तराखंड टुडे के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 उत्तराखंड टुडे के फेसबुक पेज़ को लाइक करें