देहरादून
फ़ैसला: केंद्रीय रिजर्व बल लेगा उत्तराखंड के इन गांवों को गोद, क्यों और कैसे, जानिए…
देहरादून: उत्तराखंड में बढ़ती समस्याओं और यहां के गांवों की बिगड़ती हालत को देख केंद्रीय रिजर्व बल ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्रीय रिजर्व बल प्रदेश के जरूरतमंद गांव को गोद लेने की तैयारी कर रहा है। इसकी शुरूआत देहरादून से होने वाली है। जिसके लिए केंद्रीय रिजर्व बल के स्पेशल फोर्स RAF का रेंज कार्यालय जुट गया है। RAF इन दिनों सामाजिक कार्यों को लेकर एक्शन प्लान तैयार करने में जुटा हुआ है।
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के नियमों के तहत केंद्रीय रिजर्व बल की स्पेशल फोर्स RAF के द्वारा सामाजिक क्षेत्र में जरूरी कार्यों को किया जाता है। रैपिड एक्शन फोर्स बालिकाओं को शिक्षा, साफ-सफाई और युवाओं को दूसरे कौशल विकास से जुड़े प्रशिक्षण देने का भी काम करता है। जिसके लिए रैपिड एक्शन फोर्स के कार्यालय में संपर्क कर युवा बिना किसी चीज के अपने कौशल का विकास कर सकते हैं। इसी के तहत देहरादून में भी RAF के रेंज कार्यालय में रैपिड एक्शन फोर्स की तरफ से जरूरतंद गांव को गोद लेनी की तैयारी की जा पही है। इसके लिए सर्वे का काम शुरू हो गया है।
सर्वे के तहत ये जानकारी जुटाई जा रही है कि किन क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं की कमी है। राजधानी में शुरूआती तौर पर अभी बालावाला क्षेत्र में मलिन बस्तियों को लेकर रैपिड एक्शन फोर्स के पास विकास कार्यों को लेकर डिमांड की गई है। RAF की योजना के तहत मूलभूत सुविधाओं को जुटाने के लिए जरूरी डीपीआर भी बनाया जाएगा। इतना ही नहीं सिविल क्षेत्र में तमाम दूसरी गतिविधियों के जरिए लोगों की मदद की भी कोशिशें की जा रही हैं।

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